Author |
Brahmavarchasva |
Descriptoin |
Include following books in this set<br>
* <a href="http://www.awgpstore.com/gallery/product/init?id=93">मांसाहार कितना उपयोगी, मनोशारीरिक एवं वैज्ञानिक विश्लेषण</a><br>
* <a href="http://www.awgpstore.com/gallery/product/init?id=134">श्वास-प्रश्वास-विज्ञान </a><br>
* <a href="http://www.awgpstore.com/gallery/product/init?id=140">रोग - औषधि आहार- विहार एवं उपवास</a><br>
* <a href="http://www.awgpstore.com/gallery/product/init?id=131">दीर्घ जीवन की प्राप्ति </a><br>
* <a href="http://www.awgpstore.com/gallery/product/init?id=89">निरोगी जीवन का राजमार्ग </a><br>
* <a href="http://www.awgpstore.com/gallery/product/init?id=139">स्वस्थ रहने के सरल उपाय</a><br>
* <a href="http://www.awgpstore.com/gallery/product/init?id=138">खाते समय इन बातों का ध्यान रखें </a><br>
* <a href="http://www.awgpstore.com/gallery/product/init?id=132">स्वस्थ और सुंदर बनने की विद्या </a> |
Dimensions |
139mmX216mmX2mm |
Edition |
2015 |
Language |
Hindi |
PageLength |
24 |
Preface |
हम खाना क्यों खाते है?
जब से हम जन्म लेते हैं शरीर को शक्ति की आवश्यकता होती है ।। शक्ति के दो प्रमुख स्रोत हैं- १ .नींद २. भोजन
नींद तो अनिवार्यत: सब को लेनी ही पड़ती है ।। एक दो दिन भी कम हो गई तो शरीर हाथ के हाथ उसको पूरा करने को मजबुर होता है ।।
भोजन हम दो कारणों से करते हैं- १. शक्ति के लिये २. स्वाद के लिये
आरम्भ से ही शक्ति और स्वाद में कुश्ती चलती है और देखा यह गया है कि इस कुश्ती में स्वाद जीतता है और शक्ति पीछे रह जाती है ।। कई चीजें तो हम -केवल इसीलिये खा- पी लेते हैं कि वे स्वादिष्ट लगती हैं चाहे उनमें शक्ति है या नहीं या चाहे वे अंतत: नुकसान ही करें ।
कहने को तो कहते हैं कि ' हम जीने के लिये खाते हैं ' पर वस्तुत: यह पाया जाता है कि ' हम खाने के लिये जीते हैं '।
हम खाना पका कर क्यों खाते हैं?
यों तो हम कहते हैं कि खाने की वस्तुओं में कई कीड़े इत्यादि रहने हैं अत: हम पकाकर खाते हैं, पर मुख्यत: स्वाद के लिए ही पकाकर खाते हैं ।। यद्यपि हम जानते हैं कि पकाने से भोजन की पौष्टिकता निश्चित रूप से कम हो जाती है, फिर भी स्वाद व सुविधा के लिए हम पका कर ही खाना खाते हैं ।। |
Publication |
Shree Vedmata Gayatri Trust(TMD) |
Publisher |
Shri Vedmata Gayatri Trust |
Size |
normal |
TOC |
१. हम खाना क्यों खाते हैं
२. स्वस्थ रहने के सरल उपाय
३. दस अनमोल नियम
४. स्वस्थ रहना हो तो खाना पकाने के ढ़र्रे को बदलें
५. उपवास रोग निवारक भी शक्तिवर्धक भी
६. शरीर के लिए आवश्यक विटामिन व प्रमुख स्रोत
७. शरीर के लिए आवश्यक खनिज लवण
८. प्रकृति का चमत्कार रसाहार
९.भोजन के सम्बन्ध में २४ उपयोगी सूत्र
१०.अपने आप से १९ सवाल पूछिये
११.आहार विहार से स्वास्थ्य सम्वर्धन एवं सुधार |