युगऋषि युग निर्माण की ईश्वरीय योजना को मूर्तरूप देने के लिए अवतरित हुए यह सत्य है; तो यह भी सच है कि उनके साथ आत्मीय जुड़ाव अनुभव करने वाले व्यक्ति भी उसी योजना के अन्तर्गत विशेष रूप से आये या लाये गये ।। युग ऋषि ने अपनी असाधारण भूमिका निभाई तो परिजनों ने भी बहुत कुछ अनोखा- सराहनीय कार्य कर दिखाया ।।
हमारे नैष्ठिक प्रयासों से युग ऋषि को जहाँ प्रसन्नता हुई वहीं व्यक्तित्व के विकास के सूत्रों के प्रति हमारी उपेक्षा ने उन्हें वेदना भी पहुँचाई ।।
अपनी भूमिकाएँ निभाने की उनकी रीति- नीति तथा हम परिजनों की रीति- नीति में एक मौलिक भेद रह गया ।। उन्होंने हर भूमिका के बाद अगली भूमिका के लिए अपने व्यक्तित्व को और अधिक प्रखर और परिष्कृत बनाया, जब कि हममें से अधिकांश पिछली भूमिका की सफलता पर इतराते- इठलाते रहे ।। कार्य के बढ़ते स्तर जिम्मेदारी की अगली कक्षा के अनुरूप स्वयं को परिष्कृत- प्रखर बनाने की जगह हम पूर्व सफलताओं का हवाला देकर ही आगे के मोर्चे फतह करने की कोशिश करते रहे ।। हमारी इसी भूल के कारण युग ऋषि को भी बार- बार वेदना झेलनी पड़ी और हमें भी मेहनत के अनुरूप लाभ नहीं मिल पाये ।। ऐसी भूलें उनके शरीर रहते भी हुईं और उनके शरीर छोड्कर सूक्ष्म एवं कारण सत्ता में प्रवेश के बाद भी होती रही हैं ।। भूलें- तो भूल हैं ।। उनसे हानि तो होती ही है ।। सावधानी के अभाव में वे होती हैं, तो सावधानी बरतकर उन्हें ठीक भी किया जा सकता है ।। हर अभिभावक -प्रत्येक मार्गदर्शक यही चाहता है कि उनके बच्चों- अनुयायियों की भूलें जल्द ठीक हों ।। इसके लिए वे परिजनों से नादानी से होने वाली भूलों के कारण उभरी अपनी वेदना तथा भूलों के सुधार तथा परिजनों के विकास के सिद्ध सूत्रों को समय- समय पर व्यक्त करते रहे हैं ।।
Publication
Yug nirman yojana press
Publisher
Yug Nirman Yojana Vistara Trust
Size
normal
TOC
1. युगऋषि की अभिलाषा
2. प्रामाणिक सत्पात्रों की खोज
3. युग निर्माण की चुनौती स्वीकारें
4. वेदना समझें, भूल सुधारें
5. कसौटी पर खरे उतरें
6. संगठन का स्वरूप
7. युगऋषि का आश्वासन
8. परिजनों को निर्देश
9. महाकाल की चेतावनी
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It's a modern adoption of the age old wisdom of Vedic Rishis, who practiced and propagated the philosophy of Vasudhaiva Kutumbakam.
Founded by saint, reformer, writer, philosopher, spiritual guide and visionary Yug Rishi Pandit Shriram Sharma Acharya this mission has emerged as a mass movement for Transformation of Era.
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