Author |
Pt. Shriram Sharma Acharya |
Dimensions |
12 cm x 18 cm |
Edition |
2013 |
Language |
Hindi |
PageLength |
176 |
Preface |
बालक समाज तथा राष्ट्र की एक अमूल्य धरोहर होते हैं ।। इन्हीं मिट्टी के कच्चे लोंदों से राणाप्रताप, शिवाजी तथा महात्मा गांधी जैसे महापुरुषों का निर्माण किया जा सकता है ।। यह पावन धरोहर यदि सही ढंग से सँभाली सुरक्षित रखी तथा विकसित की जाए तो मानवता का भविष्य प्रकाशमय बनाया जा सकता है ।।
हमारे सामने आज कितनी समस्याएँ मुँह बाये खड़ी हैं ।। राष्ट्रीय सामाजिक तथा नैतिक पुनरुत्थान का दायित्व आज हमारे कंधों पर आ पड़ा है ।। इसी दायित्व को कल हम आने वाली पीढ़ी के कंधों पर रखेंगे ।। यदि उनके कंधे कमजोर हुए तो वे लड़खड़ा जाएँगे ।। उन्हें आज से ही ऐसे सुदृढ़ बनाने में जुटना पड़ेगा तभी कल वे इस भार को वहन कर सकेंगे ।।
ईश्वर की पवित्र धरोहर- बालक कभी- कभी माता- पिता के लिए एक समस्या बन जाते हैं ।। इसका दोष बालकों को दिया जाना गलत होगा ।। बालक जो कुछ भी सीखता है, समाज से ही सीखता है ।। अपने आस- पास जो कुछ वह व्यवहार होते देखता है उसी का अनुकरण करता है ।। सबसे पहले वह माता- पिता का ही अनुकरण करता है ।। बालक माता- पिता तथा समाज का प्रतिबिंब अपने क्रिया- कलापों में प्रस्तुत करता है ।।
नई पीढ़ी के निर्माण की कला से अनभिज्ञ- अपने उत्तरदायित्व से अनजान रहकर संतान का पालन- पोषण तो किया जा सकता है, पर निर्माण नहीं ।। इस पुस्तक में माता- पिता तथा समाज के उस दायित्व का मान तथा बाल मनोविज्ञान की ऐसी जानकारियाँ जुटाई गई हैं ।। जिसे पढ़कर पाठक नए सिरे से सोचने को विवश होता है तथा भावी पीढ़ी के निर्माण करने में एक कलाकार जैसा कौशल दिखाने का उत्साह मन में जाग्रत् होता है ।। |
Publication |
Yug nirman yojana press |
Publisher |
Yug Nirman Yojana Vistar Trust |
Size |
normal |
TOC |
1. बच्चों के प्रति हमारा कर्तव्य और जिम्मेदारी
2. सत्य एवं शील
3. बल और विवेक
4. शिक्षा-स्वाध्याय
5. पुरुषार्थ और परिश्रम
6. शौर्य और धैर्य
7. सेवा धर्म की महत्ता
8. चरित्र निर्माण
9. सम्मान और सद्व्यवहार
10. भ्रातृ भावना कैसे जगाई जाए ?
11. सहयोग वृत्ति का कैसे विकास हो ?
12. बच्चों को व्यवहार-कुशल बनाइये
13. विशेष रुचियाँ और शौक
14. बच्चों की जिज्ञासाएँ और उनका समाधान बच्चे के संगी-साथी
15. बच्चे को आज्ञाकारी कैसे बनाएँ ?
16. सभ्यता व संस्कृति
17. बालकों में अपराध और उसका उपचार
18. स्वास्थ्य और सफाई
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