Preface
"न्याय, औचित्य और स्वतंत्रता का समर्थन करने वाले, मानवी आदर्श को मान्यता देने वाले, उदात्त लोगों की पंक्ति में हमें खड़े होना चाहिए और इस बात का प्रयत्न करना चाहिए कि नारी घर के उत्तरदायित्व को सम्हाले, पर उतने ही क्षेत्र मे कैद न रहे ।। अनुभव बढ़ाने, समाज का स्वरूप समझने के अवसर उसे मिलने चाहिए ।। इससे मानव जाति की आधी शक्ति की मूर्च्छित आत्मा को जगाने का पथ प्रशस्त होगा और समूची मानव जाति को इस प्रगतिशील कदम का लाभ मिलेगा ।"
राष्ट्र की आधी जनशक्ति क्या पंगु ही पड़ी रहेगी
जब हम नारी की दयनीय स्थिति पर विचार करते हैं तो हमें ऐसा लगता है कि आने वाला समय बड़ा संघर्ष का होगा ।। वर्तमान समय में नारी को किस तरह चहारदीवारी के अंदर रहना पड़ता है, वह तो भुक्तभोगी ही जानता है ।।
Table of content
1. राष्ट्र की आधी शक्ति क्या पंगु ही पड़ी रहेगी
2. यह दयनीय दुर्दशा कब तक?
3. विषमता की यह विकृति अब समाप्त होनी चाहिए
4. नारी की वर्तमान स्थिति बदलनी ही होगी
Author |
Bhagwati Devi Sharma |
Edition |
2010 |
Publication |
Yug Nirman Yojna Trust, Mathura |
Publisher |
Yug Nirman Yojna Trust |
Page Length |
48 |
Dimensions |
12 X 18 cm |