Preface
शरीरशास्त्रियों के अनुसार स्वास्थ्य सरंक्षण के लिए जिन रसायनों की आवश्यकता पड़ती है, उनमें कैल्शियम, फास्फोरस, लौह, पोटाश आदि तत्व हैं जो प्राकृतिक रूप से फलों और शाकों में पाए जाते हैं ।। औषध रूप में इन्हें लिया जाए तो वे रक्त में इस तरह घुल नहीं पाते जैसे कि फलों एवं शाकों के द्वारा ग्रहण करने पर शरीर में घुलते हैं और उसके अंग बन जाते हैं ।। आवला, टमाटर, मौसमी जैसे फलों में विटामिन सी की समुचित मात्रा रहती है ।। गाजर, चुकंदर, बंदगोभी जैसे सामान्य एवं सस्ते शाकों में विटामिन "ए" की पूर्ति सहज ही हो जाती है ।। सस्ता पड़ने वाला और कहीं भी उगाया जा सकने वाला केला तक विटामिन ए. बी. सी. डी और ई से भरपूर होता है।
Table of content
1. शाकाहार
Author |
Pt. Shriram Sharma Acharya |
Publication |
Yug nirman yojana press |
Publisher |
Yug Nirman Yojana Vistar Trust |
Page Length |
32 |
Dimensions |
9 cm x 12 cm |