Preface
शरीर को पोषण और विश्राम न मिलने, अधिक खाने, अतिशय व्यस्त रहने या तालमेल न बिठा पाने की स्थिति में सिरदर्द, पेटदर्द, अनिद्रा, तनाव आदि कोई न कोई रोग घेरे ही रहता है, टॉनिकों से कोई विशेष लाभ न होने की दशा में लोग संज्ञाशून्य करने वाली औषधियां पीते हैं या किन्हीं नशों की शरण में जाते हैं । इनसे तात्कालिक लाभ तो दिखता है, पर नशा उतरने पर व्यथा और भी दूनी हो जाती है । ऐसे लोग कई प्रकार के शारीरिक, मानसिक रोगों से ग्रसित पाए जाते हैं ।
Author |
pt shriram sharma acharya |
Publication |
yug nirman yojana press |
Publisher |
Yug Nirman Yojana Vistara Trust |
Page Length |
32 |
Dimensions |
85x123x2 mm |